Saturday, October 23, 2021

मैं "किसी से" बेहतर करुं क्या फर्क पड़ता है..! मै "किसी का" बेहतर करूं बहुत .फर्क पड़ता है..!! 🍶 Read Carefully: एक काफिला सफ़र के दौरान अँधेरी सुरंग से गु.जर रहा था । उनके पैरों में कंकरिया चुभी, कुछ लोगों ने इस ख्याल से कि किसी और को ना चुभ जाये, नेकी की खातिर उठाकर जेब में रख ली । कुछ ने ज्यादा उठाई कुछ ने कम । जब अँधेरी सुरंग से बाहर आये तो देखा वो हीरे थे। जिन्होंने कम उठाये वो पछताए कि .ज्यादा क्यों नहीं उठाए । जिन्होंने नहीं उठाए वो और पछताए । दुनिया में .जिन्दगी की मिसाल इस अँधेरी सुरंग जैसी है और नेकी यहाँ कंकरियों की मानिंद है । इस .जिंदगी में जो नेकी की वो आखिर में हीरे की तरह कीमती होगी और इन्सान तरसेगा कि और .ज्यादा क्यों ना की।💎💠💧❄🧊💙

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