Friday, April 02, 2021

"आओ 'हवा' का 'सिरा' पकडकर 'आज' 'चाँद' पर 'टहल' आये 'मुकम्मल' 'ख्बाब' के लिये ..ये '.जमीं' अब 'छोटी' सी लगती है "🌔

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