Tuesday, October 27, 2020

♫•*(¯`v´¯)¸.•* खुमार-ऐ-ग़म है ,*◦.(¯`:✿:´¯) ✿ महकती फ़िज़ा में जीते है , तेरे ख़याल की आब-ओ-हवा में जीते हैं , बड़े इतफ़ाक से मिलते हैं मिलने वाले मुझे ... वह मेरे दोस्त हैं,तेरी वफ़ा में जीते हैं तुम्हारी बातों में कोई मसीहा बसता है , हसीं लबों से बरसती शफा में जीते हैं ...' *◦.(¯`:✿:´¯) ✿ ✿.(.^.)*•.¸¸.•`•.¸.*✿(¯`L´¯)✿.............. .`•.¸.•´(¯`O´¯)✿.............. *******.`•.¸.•´(¯`V´¯)✿ **************.`•.¸.•´(¯`E´¯) `❀✿✿❀Is Mehkti Fiza Mein Apko Hamara Salam ¯`❀✿✿❀ ✿✿❀¸¸¸.•*´¯`❀✿✿❀ ✿ HAVE A BLESSED EVENING✿ ´¯`❀✿✿❀ ✿✿❀¸¸¸.•*´¯`❀✿✿❀

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