"चिड़िया होती है लड़कियां लेकिन,
पंख नहीं होते लड़कियों के,
मायके भी होते हैं, ससुराल भी होते हैं,
मगर घर नहीं होते लड़कियों के......
मायका कहता है, ये बेटियां तो पराई हैं,
ससुराल कहता है, कि ये पराये घर से आई हैं,
ऐ मेरे ख़ुदा अब तू ही बता दे,
ये बेटियां आखिर किस घर के लिए बनायी हैं......"💗🌸🌺🐦√,•*
पंख नहीं होते लड़कियों के,
मायके भी होते हैं, ससुराल भी होते हैं,
मगर घर नहीं होते लड़कियों के......
मायका कहता है, ये बेटियां तो पराई हैं,
ससुराल कहता है, कि ये पराये घर से आई हैं,
ऐ मेरे ख़ुदा अब तू ही बता दे,
ये बेटियां आखिर किस घर के लिए बनायी हैं......"💗🌸🌺🐦√,•*
💗🌸🌺🐦√,•*
0 Comments:
Post a Comment
<< Home