Wednesday, January 11, 2023

'' तुम तुम बस तुम ... लो ख़त्म हुई दास्ताँ दिल की .''♡♡ ♡♡ तेज़ बारिश में कभी सर्द हवाओं में रहा , इक तेरा ज़िक्र था जो मेरी सदाओं में रहा , कितने लोगों से मेरे गहरे मरासिम हैं मगर तेरा चेहरा ही फ़क़त मेरी दुआओं में रहा ....!💕 ♡ 🌹💝 The day I met you was my favourite accident..'' And even today I love those injuries..! ♡ 🌹💝 लोग कहते है तुम क्यों अपनी मोहब्बत का इज़हार दोस्तों से नहीं करते ? मैंने कहा-जो लफ्ज़ो मे बयां हो जाये , सिर्फ उतना प्यार हम उनसे नहीं करते ... ❤उल्फतभरी शाम का सलाम ❤️🌹✿(✿◠‿◠) https://youtu.be/EoCz3Vx1pXg https://youtu.be/6XGdeSKL6eE ♡♡

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