Tuesday, May 31, 2022

घेर लेने को मुझे जब भी बलाए आ गई. तो ढाल बन कर सामने माँ की दुवाये आ गयी... मेरी माँ का सर पर जब तक आँचल रहेगा.. कोई भी युद्ध हो मुझमे मनोबल रहेगा..