Saturday, November 06, 2021

मैंने दिल से कहा, ऐ दीवाने बता जब से कोई मिला, तू है खोया हुआ ये कहानी है क्या, है ये क्या सिलसिला, ऐ दीवाने बता मैंने दिल से कहा, ऐ दीवाने बता धड़कने में छुपी, कैसी आवाज़ है कैसा ये गीत है कैसा ये साज़ है कैसी ये बात है, कैसा ये राज़ है, ऐ दीवाने बता मेरे दिल ने कहा, जब से कोई मिला चाँद, तारे, फ़िज़ा, फूल, भंवरे, हवा ये हसीं वादियाँ, नीला ये आसमान सब है जैसे नया, मेरे दिल ने कहा मैंने दिल से कहा, मुझको ये तो बता जो है तुझको मिला, उसमे क्या बात है क्या है जादूगरी, कौन है वो परी, ऐ दीवाने बता मेरे दिल ने कहा न वो कोई परी, न कोई महजबीं न वो दुनिया में सबसे है ज्यादा हसीं सीधी-साधी सी है, भोली-भाली सी है लेकिन उसमे अदा इक निराली सी है उसके बिन मेरा जीना ही बेकार है मैंने दिल से कहा, बात इतनी सी है के तुझे प्यार है मेरे दिल ने कहा, मुझको इक़रार है, हाँ मुझे प्यार है -जावेद अख़्तर

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