Tuesday, August 03, 2021

दिल के बे-चैन जज़ीरों में उतर जाएगा दर्द आहों के मुक़द्दर का पता लाएगा मेरे बिछड़े हुए लम्हात सजा कर रखना वक़्त लफ़्ज़ों में ग़ज़ल बन के ठहर जाएगा आधुनिक भारत के भगवान चले गए। इस देश के असली स्वाभिमान चले गए।। धर्म को अकेला छोड़ विज्ञान चले गए। एक साथ गीता और कुरान चले गए।। मानवता के एकल प्रतिष्ठान चले गए। धर्मनिरपेक्षता के मूल संविधान चले गए।। इस सदी के श्रेष्ठ ऋषि महान चले गए। कलयुग के इकलौते इंसान चले गए।। ज्ञान राशि के अमित निधान चले गए।। सबके प्यारे अब्दुल कलाम चले गए।। ..i Sailut u Sir..आपको अश्रुपुर्ति श्रद्धाजली..,,

0 Comments:

Post a Comment

<< Home