Tuesday, July 27, 2021

हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली। कुछ यादें मेरे संग पांव पांव चली।👣 👣 सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ। 🌂☀️ वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली।।....💖🌹☔⛱️

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