Tuesday, July 20, 2021

“उदास कर देती है हर रो.ज...ये शाम मुझे..., लगता है जैसे...कोई भूल रहा हो मुझे...आहिस्ता आहिस्ता...!”
'' युूं तेरी याद से जी घबराया , तू मुझे भूल गया हो जैसे ''

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