Wednesday, July 21, 2021

सौ बार चमन महका, सौ बार बहार आई, दुनिया की वही रौनक, दिल की वही तन्हाई। 🖤
'' दिन के ढ़लते ही उजड़ जाती हैं आँखें ऐसे जिस तरहा शाम को बाज़ार किसी गाँव में ''

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