Wednesday, June 30, 2021

जीवन " सूना - सूना " सा था मेरा , उसमे एक “ हलचल “ सा है प्यार तेरा। ╰»◠❥ “खोया - खोया " सा रहता था , शामो - सहर , उसमे कुछ “पाया - पाया " सा है प्यार तेरा। ╰»◠❥ "उदासी” से भरा था हर पल मेरा, उसमे “मुस्कराता " हुआ दिन सा है प्यार तेरा। ╰»◠❥ थक गया था , जीवन के कठिन रास्तो से , उसमे " सरल " रास्तो सा है प्यार तेरा। ╰»◠❥ रिश्ते “झूठे” थे , थे अपने झूठे , उसमे " सच् " सा है प्यार तेरा। ╰»◠❥ सब तो "स्वार्थवश " साथ चले थे , उसमे " निःस्वार्थ " सा है प्यार तेरा। ╰»◠❥ उलझा -उलझा सा था , वक्त मेरा उसमे " सुलझा -सुलझा " सा है प्यार तेरा। ╰»◠❥ "खाली -खाली " सा था , मेरी आँखों में कुछ , उसमे कुछ “भरा -भरा " सा है प्यार तेरा। ╰»◠❥ मन के समंदर में कोई “सीप” खाली पड़ी थी , उस सीप में मोती सा है प्यार तेरा।💛🌼🎶 https://youtu.be/HH6ZiNsg7ow

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