Tuesday, May 25, 2021

" देखो, आहिस्ता चलो और भी आहिस्ता ज़रा देखना, सोच सँभल कर ज़रा पाँव रखना ज़ोर से बज न उठे पैरों की आवाज़ कहीं कांच के ख़्वाब हैं बिखरे हुए तन्हाई में ख़्वाब टूटे न कोई जाग न जाए देखो जाग जाएगा कोई ख़्वाब तो मर जाएगा ......."💜🌺Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ ***ღƸ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺 बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं तुझे ए ज़िन्दगी, हम दूर से पहचान लेते हैं।💜Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺🌺 ღ ''......I have spread my dreams under your feet; Tread softly because you tread on my dreams...'' Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺

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