Friday, February 26, 2021

जब मैंने तेरी याद की पोटली खोली न जाने कैसे मेरी हथेली पे मेहंदी उगने लगी मैंने झट से उसे बंद किया तुझे ख़त लिखने बैठ गई..🌹💖🍂 🍂🍁 # अमृता प्रीतम

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