Sunday, February 28, 2021

ढूंढता फिरता हूँ एक #शहर_ए_तख़य्युल में तुझे और मेरे पास तेरे घर की निशानी भी नहीं #अय्यूब_ख़ावर (शहर ए तख़य्युल- city of imagination)

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