Saturday, January 09, 2021

तेज़ बारिश में कभी सर्द हवाओं में रहा , इक तेरा ज़िक्र था जो मेरी सदाओं में रहा , कितने लोगों से मेरे गहरे मरासिम हैं मगर तेरा चेहरा ही फ़क़त मेरी दुआओं में रहा ....!💕 ♡ 🌹💝 लोग कहते है तुम क्यों अपनी मोहब्बत का इज़हार दोस्तों से नहीं करते ? मैंने कहा-जो लफ्ज़ो मे बयां हो जाये , सिर्फ उतना प्यार हम उनसे नहीं करते ... ❤उल्फतभरी शाम का सलाम ❤✿(✿◠‿◠) https://youtu.be/EoCz3Vx1pXg https://youtu.be/grz-0uZDk6Y?list=RDgrz-0uZDk6Y
'' तुम तुम बस तुम ... लो ख़त्म हुई दास्ताँ दिल की .''

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