Thursday, November 05, 2020

' ज़िक्र हो जब आसमाँ का.... या ज़मीं की बात हो... ख़त्म होती है तुम्हीं पर... अब कहीं की बात हो........' क्यूँ उलझते हो इन सवालों में, बेवफा तुम नहीं, तो हम होंगे।।ღ✿✿◠‿◠✿✿ !! Qubool Ho hamara Aj Ka Salaam ✿HUGS✿

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