Monday, September 14, 2020

तुम्हे पता हे .. कितना चाहा हे मेने तुझे कितनी मोहब्बत की तुमसे किस .कदर याद किया किस .कदर रोया मेरा वो टूटना वो बिखर ना फिर खुद को समेट ना और फिर टूट जाना वो सब कुछ किस के लिए था क्या वो सब कुछ मेरे अपने लिया था उस में मेरा क्या फायदा था वो तो सब तेरे लिए था वो तेरी याद थी वो तेरी मोहब्बत थी तेरी जुदाई थी तेरी फुरकत थी..

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