Friday, August 28, 2020


मेरी हथेलियों पर... इश्क़ की मेहंदी का कोई दावा नहीं ... सिर्फ तेरे हिज्र का एक रंग है .. और खुशबू है - तेरे ज़िक्र की ... *अमृता प्रीतम

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