Thursday, July 23, 2020


*रिश्ते अंकुरित होते हैं प्रेम से !*
*जिंदा रहते हैं संवाद से !*
*महसूस होते हैं संवेदनाओं से !*
*जिये जाते हैं दिल से !*
*मुरझा जाते हैं गलत फहमियों से !*
*बिखर जाते हैं अंहकार से!*
*और मर जाते हैं शीत-युद्ध से !!*
*" यही सत्य है* 🙏🏼
*🌹सादर सुप्रभात् नमन् 🌹*

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