Monday, July 27, 2020

हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली।
कुछ यादें मेरे संग पांव पांव चली।👣 👣
सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ। 🌂☀️
वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली।।....💖🌹⛱️


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