" देखो, आहिस्ता चलो और भी आहिस्ता ज़रा
देखना, सोच सँभल कर ज़रा पाँव रखना
ज़ोर से बज न उठे पैरों की आवाज़ कहीं
कांच के ख़्वाब हैं बिखरे हुए तन्हाई में
ख़्वाब टूटे न कोई जाग न जाए देखो
जाग जाएगा कोई ख़्वाब तो मर जाएगा ......."💜🌺Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ
***ღƸ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं
तुझे ए ज़िन्दगी, हम दूर से पहचान लेते हैं।💜Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺🌺
ღ
''......I have spread my dreams under your feet;
Tread softly because you tread on my dreams...''
Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺
देखना, सोच सँभल कर ज़रा पाँव रखना
ज़ोर से बज न उठे पैरों की आवाज़ कहीं
कांच के ख़्वाब हैं बिखरे हुए तन्हाई में
ख़्वाब टूटे न कोई जाग न जाए देखो
जाग जाएगा कोई ख़्वाब तो मर जाएगा ......."💜🌺Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ
***ღƸ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं
तुझे ए ज़िन्दगी, हम दूर से पहचान लेते हैं।💜Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺🌺
ღ
''......I have spread my dreams under your feet;
Tread softly because you tread on my dreams...''
Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺
Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺
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