Tuesday, May 26, 2020


" देखो, आहिस्ता चलो और भी आहिस्ता ज़रा

देखना, सोच सँभल कर ज़रा पाँव रखना

ज़ोर से बज न उठे पैरों की आवाज़ कहीं

कांच के ख़्वाब हैं बिखरे हुए तन्हाई में

ख़्वाब टूटे न कोई जाग न जाए देखो

जाग जाएगा कोई ख़्वाब तो मर जाएगा ......."💜🌺Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ

***ღƸ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺

बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं
तुझे ए ज़िन्दगी, हम दूर से पहचान लेते हैं।💜Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺🌺


''......I have spread my dreams under your feet;
Tread softly because you tread on my dreams...''
Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺
















Ƹ̵̡Ӝ̵̨̄Ʒ💞🌸🌺

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