होंसले को आ.जमाना चाहता हूँ।
इक नया जोखिम उठाना चाहता हूँ ।
कामयाबी देखना मिलकर रहेगी ,
मुश्किलों को बस हराना चाहता हूँ ।
इक नया जोखिम उठाना चाहता हूँ ।
कामयाबी देखना मिलकर रहेगी ,
मुश्किलों को बस हराना चाहता हूँ ।
वह ग.जल लिखकर रहूंगा .जिंदगी की ,
जो लबों पर गुनगुनाना चाहता हूँ ।
अब उदासी को कहीं जाना पडेगा ,
मैं खुशी से घर सजाना चाहता हूँ ।
मैं बढूंगा जोश लेकर हर कदम ही ,
रास्तों को मैं थकाना चाहता हूँ।
साथ मेरा दे न दे कोई भले ही ,
हमसफ़र खुद को बनाना चाहता हूँ ।
मुश्किलों का सामना हंसकर करूंगा ,
मं.जिलों का सर झुकाना चाहता हूँ ।
~ Vivek Choudhary

जो लबों पर गुनगुनाना चाहता हूँ ।
अब उदासी को कहीं जाना पडेगा ,
मैं खुशी से घर सजाना चाहता हूँ ।
मैं बढूंगा जोश लेकर हर कदम ही ,
रास्तों को मैं थकाना चाहता हूँ।
साथ मेरा दे न दे कोई भले ही ,
हमसफ़र खुद को बनाना चाहता हूँ ।
मुश्किलों का सामना हंसकर करूंगा ,
मं.जिलों का सर झुकाना चाहता हूँ ।
~ Vivek Choudhary

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