Thursday, May 07, 2020

मैं सारी ज़िंदगी जो भी सोचती और लिखती रही,
वो सब देवताओं को जगाने की कोशिश थी,
उन देवताओं को जो इंसान के भीतर सो गए हैं।।💗🌷🌺
~ अमृता प्रीतम














💗🌷🌺

0 Comments:

Post a Comment

<< Home