Friday, April 10, 2020

उसके एहसास की परछाईयाँ मेरे साथ है..
मैं कैसे कह दूँ मेरा कोई हमसफ़र नही ..

आँखों से कहो प्यार का अंदाज़ न
बदले ......
सांसों से कहो दर्द का ये साज़ न
बदले ..........


आये गा कभी प्यार का मौसम भी किसी
रोज़ . ...........
धडकनों से कहो रूह का हमराज़
न बदले ............

मिलते हैं दूर जा के दरिया के दो
किनारे ...........
चाहतों से कहो सफर का अंदाज़
न बदले .............

सुनते हैं हर एक पल में तेरे आने की
आहट............
पाऊँ से कहो चलने का अंदाज़
न बदले ................💜🌄
https://youtu.be/v-Ev_odGl-c  

💜🌸🌺💗√,•*♡🌄

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