Monday, March 30, 2020



जब मैंने तेरी याद की पोटली खोली
न जाने कैसे मेरी हथेली पे मेहंदी उगने लगी
मैंने झट से उसे बंद किया
तुझे ख़त लिखने बैठ गई..🌹💖🍂 🍂🍁
# अमृता प्रीतम
 
 
 
 
 
 
 
 
🌹💖🍂

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