Tuesday, January 07, 2020



" बस अब अपना लगता है "
मीठी मीठी गुज़री यादों की
भीनी भीनी सी तन्हा खुशबू में
एक तेरे एहसास से लिपटकर
तुझ पर कोई ग़ज़ल लिखना
बस अब अपना लगता है .......
तेरे आँचल के साये तले
ख़्वाबों का आसमां लेकर
तुझे खुद में महसूस करके
तेरी यादों से कोई बात करना
बस अब अपना लगता है .........
फिर से उन पुरानी वादियों में
तेरे साये को थामकर चलना
तुझे पाने की जुस्तजू लेकर
खुद में ही तेरी तलाश करना
बस अब अपना लगता है .💜🍀
  
💜🍀

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