Monday, January 20, 2020



चाँद चुरा कर लाया हूँ चल बैठे पेड़ के नीचे ....
चल दरिया पर कश्ती लेकर दूर कहीं बह जाएँ 
ढूंढ न पाएं बस्ती वाले 
साहिल से कह जाएं ...🌘
https://youtu.be/Qs4lWVCEb0A
 

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